द्वंद्व अनवरत चला करेगा
द्वंद्व अनवरत चला करेगा
(सजल)
सत्य-झूठ में मचा रहेगा।
द्वंद्व निरन्तर चला करेगा।।
पाण्डव-कौरव युद्ध अनवरत।
इस भूतल पर चला करेगा।।
अहंकार का बना दीवाना।
दुर्योधन रण डटा रहेगा।।
ललकारेगा सदा धर्म को।
पापी बनकर कटा रहेगा।।
सत्य -अहिंसा -प्रेम विरोधी ।
काट-मार में लगा रहेगा।।
बस इक इंच भूमि की खातिर।
दुश्मन बनकर चला करेगा।।
नहीं जहाँ संतोष वृत्ति है।
दुर्योधन नित चढ़ा करेगा।।
पैर में घुँघरू बाँध कटीला ।
सच का सीना दरा करेगा।
जर-जोडू-जमीन को लेकर।
नरक कुण्ड में गिरा करेगा।।
खूनी होली सदा सुहाती।
रक्तिम अभिनय किया करेगा।।
मानव धर्म विरोधी दानव।
दुर्योधन बन चला करेगा।।
यही द्वंद्व बन आता जग में।
सच-पाण्डव से बड़ा बनेगा।।
मारा जाता फिर जी जाता ।
रक्त-बीज बन जिया करेगा।।
त्रेता-द्वापर-कलियुग में यह।
जहर नदी बन बहा करेगा।।
पतनोन्मुख हैं दुष्ट वृतियाँ।
दुर्योधन नित मरा करेगा।।
विजयी होंगे केवल पाण्डव।
द्वंद्व अनवरत चला करेगा।
Sachin dev
14-Dec-2022 03:23 PM
Well done
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